हम चंद्रमा का एक ही भाग क्यों देख पाते हैं? (Why do we see only one side of the moon?): चंद्रमा को अपनी धूरी पर घूमने में लगभग उतना ही समय लगता है जितना कि चंद्रमा को पृथ्वी की परिक्रमा करने में लगता है। चंद्रमा को पृथ्वी की परिक्रमा करने में लगभग 27 दिन लगता है। पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण शक्ति चंद्रमा से अधिक होने के कारण चंद्रमा को अपनी कक्षा के साथ समान रूप से घूमने के लिए प्रेरित करता है। जिस कारण चंद्रमा हमेशा अपना एक ही भाग पृथ्वी की ओर रखता है। यही कारण है कि हम चांद का केवल एक ही भाग या पक्ष को देख पाते हैं।
हम चंद्रमा का एक ही भाग क्यों देख पाते हैं?
पृथ्वी के चारों ओर चंद्रमा की कक्षा अंडाकार है। इसलिए इसका घूर्णन कभी धरती के पास और कभी दूर होता है। अर्थात इसकी कक्षीय गति कभी आगे और कभी पीछे होता है। इसलिए हम चंद्रमा को कभी पूर्ण तो कभी आधा देख पाते हैं। अर्थात चंद्रमा के कई रूप को हम देख पाने में सक्षम होते हैं। दूसरी वजह यह है कि चंद्रमा की घूर्णन धूरी पृथ्वी के चारों ओर अपनी कक्षा के समकोण पर नहीं है। इसलिए हम कभी-कभी इसके ध्रुव को ऊपर या नीचे देख सकते हैं। चंद्रमा की सतह का लगभग 59% हिस्सा ही हम देख पाते हैं।
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