Dr Swati Mohan Biography in Hindi | डॉ स्वाति मोहन (NASA वैज्ञानिक) की जीवनी
Nickname | Swati Mohan NASA |
Real Name | Swati Mohan |
Profession | NASA Scientist |
Mission Name | NASA Landed The Perseverance Rover On MARS |
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Husband Name | N/A |
Personal Information | |
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Date of Birth | N/A |
Birth Place | India |
Zodiac sign | Scorpio |
Nationality | Indian |
School Name | N/A |
University Name | Massachusetts Institute of Technology |
Qualifications | Aerospace Engineering, Bachelors in Science, PhD |
Physical Status | |
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Age | 30 Years |
Height | In centimeters- 167 cm, In meters- 1.67 m, In Feet Inches-5’6” |
Weight | In Kilograms- 55 kg, In Pounds- 121 lbs |
Eye Colour | Brown |
Hair Colour | Black |
Shoe Size | 4 US |
Family Profile | |
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Father Name | Not Known |
Mother Name | Not Known |
Siblings | Not Known |
Career | |
Source Of Income | |
Appeared In | |
Net Worth, Salary |
Table of Contents
Who is Dr Swati Mohan? डॉ स्वाति मोहन कौन है ?
डॉ स्वाति मोहन एक अमेरिकी एयरोस्पेस इंजीनियर है। वह नासा में कार्य करती हैं। वे मूल रूप से भारतीय हैं। डॉ स्वाति मोहन के अगुवाई (lead) में “मार्स 2020” मिशन के पर्सीवरेंस रोवर को मंगल ग्रह (मार्स या लाल ग्रह) के सतह पर सफलतापूर्वक उतारने (लैंड कराने) में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी इस अप्रतिम सफलता पर अमेरिका ही नहीं भारत को भी गर्व है।
डॉ स्वाति मोहन की जीवनी | Dr Swati Mohan Biography in Hindi
डॉ स्वाति मोहन का जन्म भारत देश के कर्नाटक राज्य की राजधानी बेंगलुरु शहर में हुआ था। वे जब मात्र एक वर्ष की थी तब उनके माता-पिता अमेरिका चले गए। उसके बाद वे वहीं पली-बढ़ी और शिक्षा प्राप्त की। उनका अधिकांश समय उत्तरी वर्जीनिया और वाशिंगटन डीसी में व्यतीत हुआ। डॉ स्वाति का बचपन में सपना था कि वे बाल रोग विशेषज्ञ बने।
जब वह नौ वर्ष की थी तब उन्होंने एक टीवी शो “स्टार ट्रेक” देखा। स्टार ट्रेक का उन पर बड़ा ही प्रभावशाली प्रभाव पड़ा। उनके अंदर ब्रह्मांड के बारे में जानने की प्रबल इच्छा जागृत हो गई। उसके बाद डॉ स्वाति मन-ही-मन ठान ली कि वे ब्रह्मांड के बारे में अधिक से अधिक जानकारियां प्राप्त करेंगी और आगे इसी चीज में अपना करियर बनाएंगी। इसलिए सोलह वर्ष की उम्र में उन्होंने भौतिकी विज्ञान (फिजिक्स) का विषय लेकर अपना अध्ययन शुरू किया। स्वाति मोहन अंतरिक्ष अन्वेषण में करियर बनाने के लिए इंजीनियरिंग का अध्ययन करने का फैसला लिया।
Dr. Swati Mohan’s Education | डॉ स्वाति मोहन की शिक्षा
स्वाति मोहन ने स्नातक की डिग्री कार्नेल विश्वविद्यालय से की है। कार्नेल विश्वविद्यालय में मैकेनिकल और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में विज्ञान में ग्रेजुएट है। ग्रेजुएशन की डिग्री पूरी करने के बाद उन्होंने मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एयरोनॉटिक्स एंड एस्ट्रोनॉटिक्स से मास्टर और पीएचडी में डिग्री पूरी की।
डॉ स्वाति मोहन का कार्य क्षेत्र | Dr. Swati Mohan’s Work Area
डॉ स्वाति मोहन ने नासा के कई सफल मिशन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दया है। वे नासा के जेट प्रोपल्शन प्रयोगशाला में शुरुआत से ही मार्स रोवर मिशन की मेंबर रही है। GRAIL (चंद्रमा पर अंतरिक्ष यान उड़ाए जाने की एक) जोड़ी और कैसिनी (शनि के लिए एक मिशन) में भी अपना योगदान दे चुकी है।
Achievement of Dr. Swati Mohan | डॉ स्वाति मोहन की उपलब्धि
सन 1970 से अब तक अमेरिकी अनुसंधान एजेंसी (NASA) का यह नौवां मंगल अभियान है जो सफलतापूर्वक मंगल ग्रह (मार्स) पर लैंड किया है।
मार्च 2020 मिशन का पर्सीवरेंस रोवर 30 जुलाई 2020 को प्रक्षेपन (लांच) किया था। जो हमारी पृथ्वी से लाखों मील दूर 472 मिलियन किलोमीटर की दूरी को पार करने में 203 दिन का समय लगा। 30 जुलाई 2020 को यह मार्स पर्सीवरेंस रोवर मंगल ग्रह के लिए लांच किया था। तब से अमेरिकी अनुसंधान एजेंसी (नासा) की टीम इस पर लगातार अपने नजर रख रही थी।
जब अमेरिकी अनुसंधान एजेंसी इस पूरे घटनाक्रम को देख रही थी। तब अंतरिक्ष एजेंसी नियंत्रण कक्ष से एक आवाज सुनाई दी “टचडाउन कनफर्म्ड” की। जिसका मतलब है सफलतापूर्वक उतर गया। यह आवाज किसी और की नहीं बल्कि भारतीय मूल की अमेरिकी डॉ स्वाति मोहन की थी। जो नासा के कंट्रोल रूम से मार्स पर्सीवरेंस रोवर पर लगातार अपनी नजर रख रही थी। स्वाति ने रोवर का डेवलपमेंट इफेक्टिव कंट्रोल और लैंडिंग सिस्टम का नेतृत्व किया है। जो सबसे कठिन काम था।
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डॉ स्वाति मोहन का कहना है कि अंतरिक्ष अनुसंधान क्षेत्र में काम करना सम्मान की बात है। इस तरह के वातावरण में काम करने से काफी प्रेरणा मिलती है। स्वाति मोहन का यह भी कहना है कि रोवर को मंगल ग्रह पर लैंड कराने के दौरान उन्हें सात मिनट के कठिन समय से गुजरना पड़ा। उन्होंने कहा कि टीम के अभियान का कमान संभालने के दौरान वे जीएन एंड सी सबसिस्टम (गाइडेंस नेविगेशन और कंट्रोल बुक प्रणाली तथा शेष परियोजना) की लीड कर रही थी। स्वाति मोहन के माथे पर लगी बिंदी की भी खूब चर्चा हो रही है।
नासा का मार्स पर्सीवरेंस रोवर 18 फरवरी 2021 को शुक्रवार लगभग 2:30 बजे सफलतापूर्वक मंगल ग्रह की सतह पर उतर गया। नासा का यह 6 पहिए वाला रोवर अब मंगल ग्रह पर वहां के प्राचीन प्राणियों (अरबों साल पहले) तथा वहां के वातावरण के बारे में नए-नए जानकारियों के बारे मैं पता लगाने को तैयार है।