अनोखा नुस्खा (Anokha Nuskha): मुल्ला नसरुद्दीन तीव्र बुद्धि व मजाकिया के साथ-साथ एक हकीम भी था। गांव के लोग अपनी छोटी, बड़ी बीमारियों का इलाज कराने के लिए उसके पास जाते थे।
एक बार की बात है, मुल्ला अपने घर के आंगन में बैठा आराम कर रहा था। तभी दरवाजे पर किसी के आने की दस्तक सुनाई दी। मुल्ला दरवाजा खोला तो, सामने एक मोटा सेठ खड़ा था। वह बहुत ही परेशान और पसीने में लथपथ था। मुल्ला ने सेठ से आने का कारण पूछा। सेठ अपना पसीना पोछता हुआ बोला- मुल्ला, मैं अपने मोटापे से बहुत परेशान हो गया हूं। मेरा जीना दूभर हो गया है। तुम मेरा मोटापा किसी भी तरीके से कम कर सको तो, मैं तुम्हें मुँह मांगा धन दूंगा। मैं एकदम दुबला पतला बन जाऊं। जैसा मैं जवानी में था।
मुल्ला बोला, जरूर सेठ जी। मैं आपका मोटापा जरूर कम कर दूंगा। ऐसा बोलते हुए मुल्ला सेठ को चारों ओर से देखा। जैसे मुल्ला उसकी बीमारी का पता लगा रहा हो।
अनोखा नुस्खा: मुल्ला नसरुद्दीन की कहानी | Anokha Nuskha
मुल्ला सेठ को अंदर आने को कहा। सेठ, मुल्ला को आशा से भरपूर नजरों से देखते हुए खुश होता हुआ अंदर चला गया।
मुल्ला सेठ को बैठने के लिए कहा। सेठ बैठता इससे पहले ही वह अपना एक शर्त रखा।
मुल्ला बोला- सेठ जी क्या शर्त है? पहले आप अपना शर्त बताइए फिर मैं कुछ सोचूँगा।
सेठ बोला- शर्त यह है कि मैं अपना वजन कम करने के लिए किसी भी प्रकार का दवाई का सेवन नहीं करूंगा। मैं दवाई खा-खा कर थक चुका हूं। दवा का कोई असर नहीं है मुझ पर। तुम दवाई के अलावा किसी और उपचार से मेरा इलाज कर दो।
मुल्ला ने सेठ को आश्वस्त करते हुए एक नुस्खा लिखा और पुड़िया की तरह मोड़ कर उसे दे दिया। मुल्ला ने कहा कि वह इसे घर जाकर खोल कर पढ़ें। सेठ ठीक वैसा ही किया।
सेठ जैसे ही पुड़िया खोला वह हक्का-बक्का रह गया। पुड़िया में लिखा था- सेठ जी, आप अधिक मोटे होने के कारण 15 दिन के अंदर मर जाएंगे। यह पढ़ने के बाद सेठ पसीना-पसीना हो गया। उसके कपड़े पसीना से भीग गए। वह अत्यधिक डर गया था। मौत के डर ने उसे पलंग पर लिटा दिया। वह न कुछ खाता था ना पीता था। दिन भर वह मौत के साए में जी रहा था। वह हमेशा दुखी और मौत के बारे में सोचता हुआ एक-एक दिन काट रहा था।
इस प्रकार बिना खाए पिए पड़े रहने के कारण 15 दिन में उसके शरीर की सारी चर्बी, मोटापा गायब हो गया। 15 दिन के बाद जब वह अपने आप को जिंदा पाया तो उसे मुल्ला पर बहुत क्रोध आया। सेठ जैसे-तैसे मुल्ला के घर गया। वह क्रोध तथा लड़खड़ाते आवाज में मुल्ला पर अपना क्रोध उतारा। वह बोला- “मुल्ला बाहर आ”।
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मुल्ला तेजी से बाहर आया और सेठ को देखकर खुश होता हुआ बोला- यह तो कमाल हो गया। सेठ जी, आपका सारा मोटापा गायब हो गया। ठीक वैसे ही जैसे कोतवाल को देखकर चोर गायब हो जाता है। मेरा नुस्खा आप पर बहुत ही जोरदार ढंग से काम किया है। मैंने जो इलाज किया है, उसके अनुसार मुझे धन दे दीजिए।
सेठ को कुछ कहते नहीं बन पा रहा था। वह मुल्ला को मुँह मांगा धन देने का वादा कर वहां से चला गया।
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