Varnmala Kise Kahate Hain | वर्णमाला किसे कहते है

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इस लेख में हम वर्णमाला किसे कहते हैं? (varnmala kise kahate hain) और वर्णमाला के भेदों को उदहारण सहित जानेंगे।

वर्ण किसे कहते है? Varn Kise Kahate Hain?

वर्ण भाषा की सबसे छोटी इकाई होते हैं। इनके टुकड़े नहीं किए जा सकते : जैसे-
महल – म् + अ + ह् + अ + ल् + अ  ( छह ध्वनियाँ )
बचपन – ब् + अ + च् + अ + प् + अ + न् + अ ( आठ ध्वनियाँ )

जिस ध्वनी के टुकड़े न हो सकें, उसे वर्ण या अक्षर कहते हैं।

वर्णों के प्रकार

वर्ण दो प्रकार के होते हैं –
1 स्वर
2 व्यंजन

स्वर किसे कहते हैं? Swar Kise Kahate Hain?

स्वर – जब हम स्वर का उच्चारण किसी दूसरे वर्ण की मदद के बिना करते है तो उसे हम स्वर वर्ण कहते हैं।

अ आ इ ई उ ऊ ऋ ए ऐ ओ औ अं अ:

varnmala kise kahate hain
varnmala kise kahate hain
 

 

व्यंजन किसे कहते है? Vyanjan Kise Kahate Hain?

जब हम व्यंजन का उच्चारण करते है तो हमें स्वर की सहायता लेनी पड़ती है। उसे हम व्यंजन वर्ण कहते हैं।

varnmala kise kahate hain
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Varnmala Kise Kahate Hain? वर्णमाला किसे कहते हैं?

स्वर और व्यंजन को एक साथ मिलाने से हिंदी की वर्णमाला बनती है. वर्णमाला में सभी वर्ण क्रमबद्ध रूप में लिखे जाते हैं।

वर्णों के क्रमबद्ध रूप को वर्णमाला कहते हैं।
 
विशेष

स्वर के बिना व्यंजन हलंत ( ् ) लगाकर लिखे जाते हैं।
क, ख, ग, घ आदि सभी व्यंजनों में ‘अ’ स्वर लगा होता है जैसे – क् + अ = क
अं, अँ और अ: वर्ण न तो स्वर हैं और न ही व्यंजन
ये ध्वनियाँ ‘अ’ स्वर पर लगती हैं; जैसे – कंगन, हँसी, नमः आदि।
ड़ और ढ़ व्यंजनों का उपयोग शब्द के आरंभ में नहीं होता है। जैसे – भेड़, पढ़ इत्यादि।

कुछ उदाहरण देखें –

माधव प्रातः सैर करने जाता है।

भारत के झंडे को तिरंगा भी कहते हैं।

आकाश में चाँद निकल आया।

आपने झंडे, तिरंगा, चाँद, प्रातः आदि शब्दों में ( ं ), ( ँ ) तथा ( ः ) चिन्ह देखे। ये चिन्ह अनुस्वार, अनुनासिक तथा विसर्ग कहलाते हैं।

अनुस्वार का चिन्ह बिंदु ( ं ) होता है, अनुनासिक का चिन्ह चंद्रबिंदु ( ँ ) होता है तथा विसर्ग का चिन्ह ( ः ) होता है।

 

संयुक्त व्यंजन

संयुक्त व्यंजन – क्ष, त्र, ज्ञ, और श्र होते हैं। संयुक्त व्यंजन दो व्यंजनों को जोड़ने से बनते हैं, इसलिए इसे संयुक्त व्यंजन कहते हैं।

मेरी कक्षा में चालीस बच्चे हैं।
छात्र पढ़ाई कर रहे हैं।
ऋषि बहुत ज्ञानी होते हैं।
श्रमिक मेहनती होते है।

विशेष

1. मुख से निकली ध्वनियों से ही भाषा बनती है।
2. जिस ध्वनि के टुकड़े न हो सकें, वह वर्ण कहलाती है।
3. वर्ण भाषा की सबसे छोटी इकाई होती है।
4. वर्ण दो तरह के होते हैं – स्वर, व्यंजन।
5. स्वर के उच्चारण में अन्य किसी वर्ण की सहायता नहीं ली जाती है।
6. व्यंजन का उच्चारण स्वरों की सहायता से होता है।
7. ( ं ), ( ँ ) तथा ( ः ) – ये चिन्ह अनुस्वार, अनुनासिक तथा विसर्ग कहलाते हैं।
8. दो व्यंजनों को मिलाकर बने व्यंजन संयुक्त व्यंजन कहलाते हैं।

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मेरा नाम श्रीमती स्मिता सिंह है। मै इस वेबसाइट "www.hindikahani.xyz" की लेखिका और संस्थापिका हूँ। मेरी शिक्षा बी.ए. (सोसियोलॉजी, ऑनर्स) मगध विश्वविद्यालय से हुई है। मुझे हिंदी विषय में बहुत रूचि है। मुझे हिन्दी विषय का विशेष ज्ञान है और मुझे अध्यापन का कई वर्षों का अनुभव है। मैंने इस शैक्षिक वेबसाइट को अपनी राष्ट्रीय भाषा हिंदी में सभी को मुफ्त शिक्षा देने की सोच के साथ शुरू किया है। जिससे इस विषय से सम्बंधित जानकारी ज्यादा-से-ज्यादा पाठकगण को प्राप्त हो सके।

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