10 Lines On Mahashivratri In Hindi | महाशिवरात्रि पर 10 लाइन

10 Lines On Mahashivratri In Hindi (महाशिवरात्रि पर 10 लाइन): हमारे देश भारत में कई धर्म, संप्रदाय, संस्कृतियों का समावेश है। यहां अनेक त्योहार मनाए जाते है। इसलिए भारत देश को त्योहारों का देश कहा जाता है।

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10 Lines On Mahashivratri In Hindi (महाशिवरात्रि पर 10 लाइन): हमारे देश भारत में कई धर्म, संप्रदाय, संस्कृतियों का समावेश है। यहां अनेक त्योहार मनाए जाते है। इसलिए भारत देश को त्योहारों का देश कहा जाता है। इन्हीं त्योहारों में से आज हम महाशिवरात्रि त्योहार के बारे में जानेंगे।

महाशिवरात्रि हिंदुओं का एक बहुत ही श्रद्धेय और फलदायी त्योहार है। महाशिवरात्रि में भगवान शिव की पूजा अर्चना की जाती है। भगवान शिव को अनेक नाम जैसे भोले, महेश, शिव शंभू , महाकाल, नीलकंठ इत्यादि नाम से जानते हैं। महाशिवरात्रि का पर्व फाल्गुन मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। इस दिन भक्त भगवान शिव की पूजा करते हैं।

10 Lines On Mahashivratri In Hindi
10 Lines On Mahashivratri In Hindi

हिंदुओं के धार्मिक ग्रंथ में शिवपुराण की बहुत ही अधिक महत्व है। शिव पुराण के अनुसार भगवान शिव सभी जीव-जंतु, प्राणियों के स्वामी हैं। शिव पुराण के अनुसार भगवान शिव वर्ष में छह माह कैलाश पर्वत पर आसीन होकर तपस्या करते हैं। उनके साथ वहां के सभी प्राणी, कीट-पतंग अपने-अपने आवासों में बंद हो जाते हैं। छह महीने की तपस्या पूरी होने के बाद वे कैलाश पर्वत से उतर कर धरती पर श्मशान घाट में निवास करते हैं। भगवान शिव के धरती पर आगमन प्रायः फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को हुआ करता है। इसलिए इस दिन महाशिवरात्रि की पूजा अर्चना की जाती है।

भगवान शिव ही एक ऐसे भगवान है जो अनजाने में भी की गई उनकी पूजा का फल देते हैं। भगवान शिव प्रसन्न होने पर वे अपने भक्तों को जन्म-जन्मांतर के कष्टों से मुक्ति प्रदान करते हैं। उन्हे उबारतें है। वे अपने भक्तों से जल्दी प्रसन्न होने वाले भगवान है।

10 Lines On Mahashivratri In Hindi | महाशिवरात्रि पर 10 लाइन

  1. महाशिवरात्रि हिंदुओं का एक महत्वपूर्ण और पवित्र त्योहार है।
  2. पुराणों के अनुसार इस दिन भगवान शिव तथा माता पार्वती की शादी हुई थी।
  3. महाशिवरात्रि प्रत्येक वर्ष फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है।
  4. महाशिवरात्रि के दिन भक्त भगवान शिव को जल, दूध तथा बेलपत्र अर्पण कर उनकी पूजा करते हैं।
  5. भगवान शिव को कई नामों से जानते हैं। जैसे- महादेव, भोले, शंकर, नीलकंठ, महाकाल इत्यादि।
  6. इस दिन कुंवारी कन्याएँ मनवांछित वर पाने के लिए महाशिवरात्रि की पूजा करती हैं।
  7. भगवान शिव का साधु जटाधारी रूप सांप, बिच्छू को गले में लपेटे रहना एवं उनका निवास खुले आसमान के नीचे रहना हमें यह शिक्षा देती है कि मनुष्य त्याग एवं जगत के सभी प्राणियों के साथ प्रेम पूर्वक रहे।
  8. भगवान शिव का ना तो आदि (शुरुआत) ना तो अंत है। इसलिए उन्हें अनादि भी कहते हैं।
  9. वर्ष भर में 12 शिवरात्रि आते हैं। जिसमें महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है।
  10. मान्यता है कि इसी दिन सृष्टि का आरंभ हुआ था।

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