बसंत पंचमी पर 10 लाइन (10 Lines on Basant Panchami in Hindi): बसंत पंचमी हिंदुओं का एक पवित्र त्योहार है। इस दिन ज्ञान तथा वाणी की देवी माता सरस्वती की पूजा अर्चना की जाती है। यह प्रत्येक वर्ष माघ महीने (जनवरी-फरवरी) के पांचवें दिन मनाई जाती है। इसलिए इसे बसंत पंचमी कहते हैं।
इस त्योहार पर लोग आमतौर पर पीले वस्त्र पहनते हैं। यह समृद्धि, ऊर्जा तथा प्रकाश का प्रतीक है। इस त्योहार को सरस्वती पूजा के नाम से भी जाना जाता है। इस समय मौसम बहुत ही सुहावना हो जाता है। बगीचों में खूबसूरत रंग-बिरंगे फूल दिखाई देते हैं। सभी लोग इस त्योहार को बड़े आनंद और उत्साह के साथ मनाते हैं। इस दिन विशेष कर विद्यार्थियों में खास उत्साह देखने को मिलता है।
10 Lines on Basant Panchami in Hindi | बसंत पंचमी पर 10 लाइन
- बसंत पंचमी हिंदुओं का त्योहार है।
- बसंत पंचमी का त्योहार प्रत्येक वर्ष माघ मास के शुक्ल पक्ष के पांचवें दिन मनाया जाता है।
- बसंत को ऋतुओं का राजा कहते हैं।
- बसंत पंचमी सर्दियों के मौसम के अंत का और बसंत के आगमन का प्रतीक है।
- इस दिन ज्ञान तथा वाणी की देवी माता सरस्वती का जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है।
- इस त्योहार पर लोग पीले वस्त्र पहनते हैं।
- इस दिन देवी सरस्वती की प्रतिमा की पूजा करके, उनके सामने नई कॉपी, पुस्तक, पेन तथा अन्य पूजन सामग्री रखते हैं।
- इस समय मौसम खुशनुमा, सुगंधित और मनोहारी बन जाता है।
- बसंत पंचमी के दिन स्कूल, ऑफिस में मां सरस्वती की पूजा अर्चना की जाती है।
- इस दिन हमें प्रकृति की रक्षा का संकल्प लेकर, प्रकृति के संरक्षण के प्रति विशेष ध्यान देना चाहिए।
ये निबंध भी पढ़ें-
- श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर निबंध
- रक्षाबंधन पर निबंध
- स्वतंत्रता दिवस पर निबंध
- मेरी माँ निबंध पर दस पंक्तियाँ
- मेरा विद्यालय पर निबंध
- होली पर निबंध
- माँ पर निबंध
- वायु प्रदूषण पर निबंध
- जल प्रदूषण पर निबंध
- भूमि प्रदूषण पर निबंध
- दशहरा पर 10 लाइन का निबंध
- महात्मा गांधी पर 10 लाइन का निबंध
- दिवाली पर 10 लाइन का निबंध
- क्रिसमस पर 10 लाइन हिंदी में
- मकर संक्रांति पर 10 लाइन हिंदी में
- लोहड़ी पर 10 लाइन हिंदी में
- गणतंत्र दिवस पर 10 लाइन हिंदी में
- होली पर 10 लाइन
- Lakshadweep Essay In Hindi
हमें फेसबुक पर फॉलो करें।
बसंत पंचमी पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1. बसंत पंचमी पर क्या लिखें?
ANS: बसंत पंचमी या श्री पंचमी हिन्दू त्यौहार है। इस दिन विद्या की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। यह पूजा पूर्वी भारत, पश्चिमोत्तर बांग्लादेश, नेपाल और कई राष्ट्रों में बड़े उल्लास से मनायी जाती है। इस दिन पीले वस्त्र धारण करते हैं।
Q2. बसंत पंचमी क्यों मनाया जाता है?
ANS: हर साल माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी मनाई जाती है। इस दिन ज्ञान और वाणी की देवी मां सरस्वती की पूजा-अर्चना करने का विधान है। मान्यता है कि इसी दिन मां सरस्वती प्रकट हुई थीं।
Q3. बसंत पंचमी में क्या खाएं?
ANS: सरस्वती पूजा के दिन पीले चावल का भोग मां को जरूर लगाएं। साथ ही उसका सेवन करें। बसंत पचंमी के दिन तामसिक चीजों का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए, जो लोग इसका पालन नहीं करते हैं उनसे मां सरस्वती रुष्ट हो जाती हैं।
Q4. बसंत पंचमी का क्या अर्थ है?
ANS: हिंदू पंचांग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को वसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाता है। वसंत पंचमी तिथि के बाद से ही वसंत ऋतु की शुरुआत हो जाती है। वसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा-आराधना का विशेष महत्व होता है। वसंत पंचमी के दिन पीले कपड़े पहनने का विशेष महत्व होता है।
Q5. बसंत पंचमी की पूजा कैसे की जाती है?
ANS: बसंत पंचमी के दिन पीले रंग के वस्त्र पहनने, हल्दी से मां सरस्वती की पूजा करने और हल्दी का तिलक लगाने की परंपरा है। इसके अलावा बसंत पंचमी पर मां सरस्वती के मंत्रों का जाप करना चाहिए। मां सरस्वती की वंदना करनी चाहिए। सरस्वती मां के जन्म की कथा सुननी चाहिए और उनकी विधि विधान आरती करनी चाहिए।